हीरामंडी सीरीज को जितनी तारीफें मिलीं उतना ही क्रिटिसिज्म का सामना भी करना पड़ा

लोगों का कहना है भंसाली की सीरीज में इतिहास के कई फैक्ट्स गलत बताए गए हैं

वेब सीरीज हीरामंडी को लेकर चल रही निगेटिव चर्चाओं पर भंसाली ने चुप्पी तोड़ी है

फिल्ममेकर ने बॉलीवुड हंगामा से बात करते हुए की है

मैंने सीरीज में ग्लैमर पार्ट के साथ तवायफों के संघर्षों की कहानी दिखाई है

भंसाली ने कहा कि हीरामंडी को इस तरह से नहीं देखा जाना चाहिए कि ये इतिहास की झलक दिखाती है

ये सिर्फ इतिहास से इंस्पायर्ड है लाहौर की छाप है इसमें मैं ये नहीं समझ पा रहा हूं

इसे रियलिस्टिक कैसे माना जा सकता है क्योंकि मैंने वो दौर देखा ही नहीं जिया ही नहीं है

उन्होंने कहा कि किसी फिल्म को इसलिए बनाया जाता है ताकि वो दर्शकों को एक एक्सपीरिएंस दे सके

मैं जिस चीज को जैसा समझ पाता हूं उसे पर्दे पर वैसा ही दिखा सकता हूं