आज 05 मई को बुद्ध पूर्णिमा मनाई जा रही है. वैशाख पूर्णिमा पर भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था और इसी दिन उन्हें ज्ञान की प्राप्ति भी हुई थी. भगवान बुद्ध शांति और अहिंसा का प्रतीक है, उनके जीवन में सफलता की चाबी छिपी हुई है. बुद्ध के अनमोल विचार लोगों को प्रेरित करते हैं. बुद्ध के अनुसार मनुष्य की सोच और वाणी उसे दुख-सुख देती है. शुद्ध विचार, अच्छा बोलने वालों को परछाई के समान खुशी मिलती है जो कभी साथ नहीं छोड़ती. जिसने स्वंय पर विजय प्राप्त कर ली, वह किसी लड़ाई में हार नहीं सकता प्रेम से दुनिया की हर बड़ी चीजों को जीता जा सकता है. बुराई कभी बुराई को खत्म नहीं करती, इसले लिए प्यार का साथ जरुरी है. कपटी और दुष्ट इंसान की संगत से दूर रहें, क्योंकि हिंसक जानवर शरीर को चोट पहुंचाता है लेकिन दुष्ट मित्र बुद्धि भ्रष्ट कर देता है. सूर्य, चंद्रमा और सत्य ये तीनों कभी छिपाए नहीं जा सकते. झूठ का सहारा न लें, क्योंकि इसकी उम्र कम होती है. पर्दाफाश होने पर सब खत्म हो जाता है. क्रोध, दूसरों पर जलता हुआ कोयला फेंकने की इच्छा से पकड़ने के समान है. इससे दूसरों का बाद में पहले खुद का नुकसान होता है.