भारत का पहला बजट 18 फरवरी 1860 को ब्रिटिश शासन के दौरान पेश किया गया था
इसे जेम्स विल्सन ने पेश किया, जो उस समय भारतीय काउंसिल के वित्तीय सदस्य थे
यह बजट 1857 के विद्रोह के बाद के वित्तीय संकट को सुधारने के लिए पेश किया गया था
जेम्स विल्सन ने भारत में पहली बार आयकर लगाया, जिससे ब्रिटिश सरकार को एक नया तरीका मिला पैसे कमाने का
उन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था को स्थिर करने के लिए फाइनेंसियल मैनेजमेंट में सुधार का प्रस्ताव रखा
विल्सन के सुधारों ने स्वतंत्र भारत के वित्तीय शासन को भी प्रभावित किया
उनके द्वारा किए गए सुधारों ने भारतीय आर्थिक इतिहास में एक मजबूत नींव रखी
हालांकि, इस बजट को लागू करने में कई चुनौतियां थीं, जैसे करों का विरोध और वित्तीय आंकड़ों की कमी
आजाद भारत का पहला बजट 26 नवंबर 1947 को Shanmukham Chetty द्वारा पेश किया गया था
आजादी के बाद का पहला बजट विभाजन के कारण हुए इकॉनमिक क्राइसिस को संभालने के लिए तैयार किया गया था