कई बार जमीन के नीचे सोना दबा होने की संभावना होती है

ऐसे में किसी भी धातु का पता लगाने के दो तरीके हैं

पहली तकनीक जीपीआर यानी ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार है

इसमें मिट्टी की हर परत की जांच होती है

इसकी जांच के आधार पर धातु का पता लगाया जाता है

दूसरी तकनीक वीएलएफ यानी वेरी लो फ्रीक्वेंसी है

इसको जमीन के हिस्से के आसपास लगाकर एक इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड बन जाता है

इसकी मदद से सोने, चांदी आदि का पता लगता है

एएसआई और जीएसआई की टीम इसी तकनीक से धातु का पता लगाती है

ऐसा करने से पहले भारत में इससे जुड़े अधिकारियों को सूचना देनी होती है.