मौत को लेकर लोगों में कई तरह के ख्याल होते हैं आमतौर पर दिल की धड़कन रुक जाने पर व्यक्ति को मृत घोषित कर दिया जाता है दिल शरीर के हर भाग में खून की सप्लाई करता है इसके रुकते ही सभी अंगों के काम प्रभावित होते हैं ऐसे स्थिती में क्या किसी व्यक्ति को जिंदा किया जा सकता है? रुकी हुई धड़कनों को चालू करना आसान नहीं होता है हालांकि, सीपीआर जैसी प्राथमिक चिकित्सा से ये संभव हो सकता है इससे शरीर में रक्त प्रवाह बना रहता है सीपीआर के बाद अस्पताल में आगे का इलाज कराना जरूरी होता है