क्या आपने कभी हवाई जहाज में खड़े होकर सफर करने का सोचा है ? आम अवधारणा है कि खड़े होकर सफर करने से हवाई के हादसा होने का खतरा बढ़ जायेगा. लेकिन 20 साल पहले हुए ऑपरेशन सोलोमन ने इसको गलत साबिक किया था. इसमें 36 घंटे में 14325 नागरिकों ने हवाई जहाज में खड़े होकर सफर किया था. इजरायल की वायु सेना ने मई 1991 में ऑपरेशन सोलोमन को संचालित किया था. इसमें अल अल बोइंग 747 ने हजारों इथियोपियाई यहूदियों को इज़राइल पहुँचाया था. विमानों की सारी सीटें हटा दी गई थी. एक फ्लाइट में 1086 यात्री तक सवार हुए थे. हालांकि, होकर सफर करने में कुछ दिक्कतें है. ऐसे सफर करने से फ्लाइट के टेक ऑफ और लेंडिंग के समय चोट लगने का खतरा होता है. साथ ही एयर होस्टेस को ट्रॉली लेकर आपके लिए खानपान की वस्तुओं लाने में काफी दिक्कत होगी.