चीन एक ऐसा देश है जहां पूरी दुनिया का 30.9% कार्बन उत्सर्जन (CO₂ emission) होता है, जो कि जलवायु के लिए हानिकारक है.



चीन पिछले 15 साल से दुनिया का सबसे बड़ा कार्बन उत्सर्जनकर्ता रहा है. दुनिया में फिलहाल सालाना 40 अरब टन का उत्सर्जन हो रहा है.



चीन के बाद कार्बन उत्सर्जन के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार अमेरिका है. जहां विश्व का 13.5% CO₂ उत्सर्जन हो रहा है.



वर्ल्ड ऑफ स्टैटिक्स के मुताबिक, भारत में दुनिया का 7.3% कार्बन उत्सर्जन हो रहा है.



रूस में CO₂ उत्सर्जन का 4.7% वैश्विक हिस्सा रहा है.



जापान ने कार्बन उत्सर्जन को काबू किया है. अब इस विकसित देश में ​दुनिया का केवल 2.9% कार्बन उत्सर्जन होता है.



इस्लामिक मुल्क ईरान में विश्व का 2.0% कार्बन उत्सर्जन होता है.



यूरोपीय देश जर्मनी में विश्व का 1.8% कार्बन उत्सर्जन होता है. इतना ही सउदी अरब में होता है.



दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम देश इंडोनेशिया में विश्व का 1.7% कार्बन उत्सर्जन होता है.



दुनिया के 19 देशों को अलग कर दें तो शेष 200 देशों में दुनिया का 21.7% कार्बन उत्सर्जन होता है.