आचार्य चाणक्य का मानना है कि पढ़ाई और ज्ञान मनुष्य का कभी बेकार नहीं जाता. किसी प्रकार से अर्जित किया गया ज्ञान कभी भी बेकार नहीं जाता है, फिर चाहे वह किताबी ज्ञान हो या किसी काम को करने से मिला अनुभव का ज्ञान. अनुभव भी ज्ञान के बराबर है, जैसे-जैसे काम करेंगे अनुभव से और ज्यादा सिखेंगे. एक न एक दिन आपका यह अनुभव जरूर काम आता है. किसी ना किसी जगह, किसी ना किसी काम में आपका ज्ञान और अनुभव शामिल जरुर होता है. साथ ही ज्ञानी व्यक्ति कभी भी जीवन में असफल नहीं होता है. इसीलिए मेहनत करें ज्ञानी बनें और जिंदगी में सफलता हासिल करें. चाणक्य नीति को अपनी जिंदगी में अमल जरुर करें.