चाणक्य नीति के अनुसार जीवन में सफलता और सुख- समृद्धि पानी है तो इन बातों का हमेशा ध्यान रखें.आइए जानते हैं इनके बारें में-

चाणक्य नीति के अनुसार दूसरों के धन का लोभ नहीं करना चाहिए. लोभ करने वालों को कभी लक्ष्मी जी की कृपा प्राप्त नहीं होती है.

चाणक्य नीति के अनुसार जीवन में सफलता पानी हैं तो क्रोध न करें. मधुर वाणी से शत्रु को भी पराजित किया जा सकता है.

चाणक्य नीति कहती है कि शराब, मादक द्रव्य आदि का सेवन नहीं करना चाहिए. इससे लक्ष्मी जी नाराज होती हैं.

चाणक्य नीति के अनुसार अहंकार न करें. अहंकार गुणों को नष्ट करता है.

चाणक्य नीति के अनुसार क्रोध मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है, इससे दूर रहने का प्रयास करना चाहिए.

चाणक्य नीति के अनुसार धन आने पर उसकी बचत करनी चाहिए. जो धन को सोच समझ कर खर्च करते हैं, उन लक्ष्मी जी की कृपा बनी रहती है.

चाणक्य नीति के अनुसार आलस का त्याग करना चाहिए. आलस करने वाले सदैव अच्छे अवसरों को गंवाता है.

चाणक्य नीति के अनुसार अनुशासन का पालन करना चाहिए. अनुशासन की भावना व्यक्ति को जीवन में सफल बनाती है.

चाणक्य नीति कहती है कि भ्रम और तनाव की स्थिति से बचना चाहिए. ये व्यक्ति को हर प्रकार से हानि पहुंचाता है.