चाणक्य नीति के अनुसार शिक्षा, जॉब और करियर में हर व्यक्ति सफलता प्राप्त करना चाहता है.

चाणक्य नीति के अनुसार शिक्षा और कार्य क्षेत्र में सफलता परिश्रम, लगन और अनुशासन से ही प्राप्त की जा सकती है.

चाणक्य नीति के अनुसार जो व्यक्ति अपने कार्यों को समय पर पूर्ण करता है, उसके सफलता अवश्य मिलता है.

चाणक्य नीति के अनुसार आलसी व्यक्ति को कभी सफलता नहीं मिलती है. ऐसे लोग सफलता के लिए हमेशा संघर्ष करते रहते हैं.

चाणक्य नीति के अनुसार आज के कार्य को कभी भी कल पर नहीं टालना चाहिए. जो ऐसा करते हैं वे सफलता से दूर रहते हैं.

चाणक्य नीति के अनुसार सुबह उठकर दिन की संपूर्ण योजना बनाना चाहिए. प्राथमिकता के आधार पर कार्यों का चयन करना चाहिए.

चाणक्य नीति के अनुसार जो लोग योजना बनाकर कार्य नहीं करते हैं, उन्हें सफलता नहीं मिलती है.

चाणक्य नीति के अनुसार लक्ष्य का निर्धारण करने के बाद उसे पूरा करने के लिए जुट जाना चाहिए.

चाणक्य नीति कहती है कि सफलता पाने के लिए संसाधनों का बहाना नहीं बनाना चाहिए. सीमित संसाधनों में भी सफलता पाई जा सकती है.

चाणक्य नीति कहती है कि जीवन में उतार चढ़ाव आते रहते हैं. दुख और असफलता मिलने पर घबराना नहीं चाहिए, उनका हल निकालना चाहिए.