आज इसरो का मून मिशन चंद्रयान 3 चांद के दक्षिण ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा.
भारत के इस चंद्रयान-3 मिशन पर हर किसी की नजरें टिकी हैं.


चंद्रमा पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह है.
चंद्रमा पृथ्वी से बड़ा नहीं, बल्कि एक चौथाई छोटा है.


चंद्रमा का व्यास लगभग 3,474 किलोमीटर (2,159 मील) है.
चंद्रमा का द्रव्यमान भी पृथ्वी से बहुत छोटा है.


इसका व्यास पृथ्वी का लगभग एक चौथाई है.
चांद धरती से 384,400 किलोमीटर दूर है.


चांद का एक दिन पृथ्वी के करीब 28 दिनों के बराबर होता है.
यहां 14 दिनों की रात और 14 दिनों का दिन होता है.


चांद का एक हिस्सा ऐसा भी है, जो कभी पृथ्वी के सामने नहीं आता है,
चांद के इस हिस्से में बहुत कम रौशनी होती है.


चांद जब अपनी कक्षा में 360 डिग्री घूमते हुए पृथ्वी की एक परिक्रमा करता है,
तो उसमें उसे 27.32 दिन लगते हैं.


ऐसे में पहले एक हिस्सा काफी समय तक पृथ्वी की ओर होता है.
फिर यही हाल चांद के दूसरे हिस्से का होता है.


रात में चांद का तापमान लगातार गिरता है.
वहीं दिन में इसका तापमान लगातार बढ़ता है.


चंद्रमा पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के कारण उसके चारों ओर घूमता है.
चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी पर ज्वार-भाटा पैदा करता है.


चंद्रमा की सतह पर कोई वातावरण नहीं है और कोई तरल पानी नहीं है.
चंद्रमा पर चट्टानें, धूल और मिट्टी है.