चंद्रयान-3 ने चांद पर इतिहास रच दिया है. इस सफलता से देशभर में खुशी की लहर है

इस मिशन ने दुनियाभर में भारत के मान को और ज्यादा बढ़ा दिया है

इसकी शुरूआत साल 1963 से हुई, जब भारत ने पहला रॉकेट लॉन्‍च किया

उसके पार्ट्स को साइकिल पर लादकर लॉन्‍च सेंटर तक पहुंचाया गया था

18 जुलाई 1980 को भारत का पहला एक्सपेरिमेंटल सैटलाइट लॉन्च वीइकल (SLV-3) लॉन्च किया गया

साल 2008 में चंद्रयान-1 और 2013 में मंगल ऑर्बिटर स्पेसक्राफ्ट को लॉन्च किया था

चंद्रयान-1 भारत का पहला मून मिशन था, जो कामयाब नहीं हो सका. अक्टूबर 2008 में इसे लॉन्च किया गया था.

साल 2019 में चंद्रयान-2 मिशन लॉन्च किया गया. हालांकि, यह भी कामयाब नहीं हो सका

चंद्रयान-2 जब चंद्रमा की सतह पर उतरने ही वाला था कि लैंडर विक्रम से संपर्क टूट गया

आखिरी वक्त में चंद्रयान-2 का 47 दिनों का सफर अधूरा रह गया

वहीं, चंद्रयान-3 की सफलता के बाद पीएम मोदी ने ISRO की पूरी टीम को फोन कर बधाई दी.