चंद्रयान-3 का लैंडर 'विक्रम' और रोवर 'प्रज्ञान' चांद की सतह पर हैं



चंद्रयान-3 का तीसरा हिस्सा प्रोपल्शन मॉड्यूल चांद के चारों ओर लगा रहा चक्कर



प्रोपल्शन मॉड्यूल अभी सालों तक काम करता रहेगा



17 अगस्त 2023 को प्रोपल्शन मॉड्यूल लैंडर से हो गया था अलग



इसरो ने बताया प्रोपल्शन मॉड्यूल में अभी 150 किलो फ्यूल बचा है



सॉलिड और लिक्विड दोनों तरह के फ्यूल का होता है इस्‍तेमाल



रॉकेट को हवा में तेजी से ऊपर ले जाने के लिए पहले सॉलिड फ्यूल का होता है इस्तेमाल



सेकंड स्टेज में रॉकेट को अंतरिक्ष में बने रहने के लिए लिक्विड फ्यूल की होती है आवश्यकता



प्रोपल्शन मॉड्यूल में भी होता है इसी तरह का लिक्विड हाइड्रोजन फ्यूल



ये फ्यूल बनाने के लिए हाइड्रोजन गैस की होती है जरूरत, जिसे किलो में मापा जाता है