चांद पर उतरना आखिर क्यों है इतना मुश्किल?



रूस का लूना-25 स्पेसक्राफ्ट चांद की सतह पर हो गया है क्रैश



लूना-25 प्री लैंडिंग के वक्त 19 अगस्त को हो गया क्रैश



भारत का चंद्रयान-2 भी सतह पर उतरने से ठीक पहले हो गया था क्रैश



ऐसे में चांद पर उतरना आखिर क्यों है इतना मुश्किल?



चांद पर उतरने के लिए एक साथ कई चीजों का सटीक होना है जरूरी



चांद पर उतरने के लिए पिन पॉइंट नेविगेशन गाइडेंस होता है बेहद जरूरी



इसके अलावा उतरने के लिए एक समतल जगह की जानकारी, सटीक समय पर थ्रस्टर का चलना भी है जरूरी



साथ ही सही समय पर थ्रस्टर की गति को कम करना भी होता है शामिल



इनमें से अगर किसी भी चीज में समस्या होती है तो पूरा मिशन हो सकता है फेल