चंद्रयान-3 मिशन 23 अगस्त से चांद की सतह पर शोध कर रहा है

इस मिशन ने अब तक उम्मीद से बढ़कर काम कर किया है

मगर अब लगभग 14 दिन के लिए चांद पर अंधेरा हो जाएगा

इससे चांद के साउथ पोल पर सूर्य की रोशनी नहीं पहुंच पाएंगी

विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर सोलर पैनल लगे हैं

वो दोनों सूरज से ऊर्जा लेकर चार्ज होते हैं

चांद पर होने वाले अंधेरे के समय वो काम नहीं कर पाएंगे

2 सितंबर को प्रज्ञान रोवर को स्लीप मोड में डाल दिया गया था

4 सितंबर की सुबह को लैंडर को भी स्लीप मोड में डाल दिया गया है

उम्मीद की जा रही है कि 22 सितंबर के आस पास वो फिर से एक्टिव हो जाएंगे