इसरो चंद्रयान-3 मिशन के अगले पड़ाव पर काम कर रहा है

लैंडर और रोवर को स्लीप मोड से जगाने की कोशिश की जा रही है

हालांकि, अब तक उनके साथ संपर्क स्थापित नहीं हो पाया है

ऐसे में कितना उम्मीद है कि रोवर और लैंडर से फिर संपर्क हो पाएगा?

इसरो के वैज्ञानिक नीलेश देसाई ने इस पर बयान दिया है

लैंडर और रोवर के साथ संपर्क स्थापित करने का प्रयास जारी है

'यह अपने आप से पुनर्जीवित होगा और सिग्नल भेजेगा'

दरअसल, इन उपकरण के इलेक्ट्रॉनिक्स चांद के ठंडे तापमान में रहे हैं

इसलिए उन दोनों से संपर्क स्थापित करने में दिक्कत हो सकती है

वैज्ञानिक देसाई के मुताबिक, सिग्नल्स मिलने के 50-50 फीसदी संभावना है