चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम ने सफल लैंडिग कर ली है

सॉफ्ट लैंडिंग के बाद उसमें से रोवर प्रज्ञान भी बाहर आ चुका है

अब इस मिशन का अगला फेज शुरू होगा

रोवर प्रज्ञान चांद की सतह पर 14 दिन तक काम करेगा

मगर रोवर को चलाने के लिए बिजली का उत्पादन कैसे होगा?

रोवर का काम है चंद्रमा की सतह पर घूमकर शोध करना

इसका वजन केवल 26 किलोग्राम है

इसमें छह पहिए लगे हुए हैं

इस रोवर में सोलर पैनल के साथ बैटरी भी शामिल है

इसके जरिए रोवर बिजली का उत्पादन करेगा