चंद्रयान-3 मिशन के लिए 22 सितंबर अहम तारीख है इस दिन लैंडर और रोवर दोनों को एक्टिव करने की कोशिश की जाएगी दरअसल, इन दोनों को ही महीने की शुरूआत में स्लीप मोड में डाल दिया गया था तब चंद्रमा के चांद के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र पर रात होने वाली होने वाली थी चंद्रमा पर अब 14 दिन की रात समाप्त होने वाली है इसी के साथ लैंडर और रोवर पर सूर्य की रोशनी पड़ेगी इस सौर ऊर्जा से उनके सौर पैनलों के जल्द ही चार्ज होने की उम्मीद है इसरो लैंडर और रोवर दोनों को एक्टिव करने की कोशिश करेगा इससे वैज्ञानिकों को कुछ और प्रायोगिक डेटा मिल सकेगा चंद्रयान-3 मिशन ने 23 अगस्त को चांद के साउथ पोल पर सफल सॉफ्ट लैंडिंग की थी