चंद्रयान-3 से भारत समेत दुनियाभर को कई उम्मीदे हैं

दरअसल, 2008 में चंद्रयान-1 मिशन लांच हुआ था

इस मिशन में चांद पर पानी होने की संभावना पाई गई थी

अब चंद्रयान-3 से उम्मीद है कि वह चांद के साउथ पोल से पानी के साक्ष्य ढूंढ सकता है

चांद के पानी को लेकर कई बातें कही जा रही हैं

कहा जाता है कि चांद पर खूब सारा पानी हो सकता है

मगर चांद का पानी पीने योग्य नहीं होगा

हालांकि, इससे रॉकेट फ्यूल बनाने की संभावना है

पानी मिलने पर चांद पर जीवन के बारे में विचार किया जा सकता है

हालांकि, ये सब पानी मिलने और उस पर शोध होने के बाद ही साफ होगा