जब मुगल दरबार में आए शिवाजी, औरंगजेब से हुआ सीधा सामना



9 मई 1666 को मुगलों के निमंत्रण के बाद शिवाजी औरंगजेब के आगरा दरबार पहुंचे थे



शिवाजी जब मुगल दरबार पहुंचे तो उन्हें 5000 वाली मनसबदारी (रैंक) दी गई



शिवाजी 7 हजार वाली मनसबदारी चाहते थे इसलिए वो नाराज हो गए



भरी सभा में शिवाजी ने अपनी नाराजगी जाहिर की, जिसके बाद औरंगजेब ने उन्हें कैद कर लिया



कुछ महीनों तक शिवाजी औरंगजेब की कैद में रहे, जिसके बाद शिवाजी ने बहाना किया कि वो बीमार हो गए हैं



शिवाजी ने मुगल पहरेदारों को पैगाम पहुंचाया कि उनके आराम में कोई बाधा न डाली जाए



शिवाजी की जगह उनके सौतेले भाई कंबल ओढकर लेट गए



वहीं दूसरी ओर शिवाजी और उनके बेटे संभाजी फलों की टोकरी में छिप गए



आखिरकार फलों की टोकरी से बाहर निकलने के बाद दोनों भागने में सफल रहे