तुलसी नेवरा गांव के ज्यादातर युवाओं व बुजुर्गों की रग-रग में कला के प्रति जुनून है

गांव में आए दिन होने वाले पर्व, त्योहार में नाचा-गम्मत, नाटक और रामलीला का मंचन करके अपनी प्रतिभा से ग्रामीणों को आनंदित करते रहे हैं

कुछ साल पहले दो युवाओं ने मिलकर वीडियो बनाकर यूट्यूब पर अपलोड करना शुरू किया

देखते ही देखते वे प्रसिद्ध हो गए उनसे प्रेरणा लेकर दूसरे युवा भी आगे आए

अपना-अपना ग्रुप तैयार किया और मात्र छह साल में ही गांव में लगभग दो हजार लोग कलाकार बन चुके हैं

वे यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम में वीडियो, रील्स अपलोड करके प्रति माह 10 से 30 हजार रुपये तक की कमाई कर रहे हैं

कोचिंग संस्था चलाने वाले जय वर्मा बताते हैं कि गांव में कैमरा, एडिटिंग की सुविधा नहीं थी, जैसे-तैसे शहर जाकर काम चलाते थे

जब गांव के कलाकार हिट हो गए, तब इनकी सहायता के लिए पंचायत पदाधिकारी आगे आए

हमर फ्लिक्स' नामक साउंड प्रूफ स्टूडियो में आधुनिक कैमरा कंप्यूटर, इंटरनेट की सुविधा मिलने जा रही है

कुछ ही दिनों में स्टूडियो का उद्घाटन हो जाएगा