चीन जनसंख्या के लिहाज से सदियों तक दुनिया में सबसे बड़ा देश रहा.



हालांकि, साल 2023 की शुरूआत में जनसंख्या में भारत ने चीन को पीछे छोड़ दिया.



चीन आबादी में तो भारत से पिछड़ा ही, साथ ही साथ वहां जन्मदर भी बेहद कम हो गई.



चीन की चिंता बढ़ाने वाली ताजा खबर ये है कि वहां ब्याह-शादियों में भी भारी कमी आई है.



चीनी सरकार युवाओं को कई तरह के लुभावने वादे कर शादी के लिए प्रोत्साहित करने की कोशिश कर रही है.



इसके बावजूद उनमें शादी को लेकर खास दिलचस्पी नहीं है.



यही वजह है कि 1970 के दशक के उत्तरार्ध के बाद से चीन में बीते साल सबसे कम शादियां दर्ज की गईं.



चीनी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन में 10 साल में शादियां 50% कम हुईं.



पिछले साल चीन में 68.3 लाख लोगों ने ही शादी की, जबकि उसकी आबादी 142 करोड़ है.



चीनी सरकार ने बताया था कि 2022 से पहले 2021 में चीन में 76.3 लाख विवाह हुए थे.



चीन में जन्मदर में गिरावट को शादियों की कमी की बड़ी वजह माना जा रहा है.



आधुनिक इतिहास में पहली बार चीन में नवजात शिशुओं की संख्या भी पिछले साल 1 करोड़ से कम हो गई.



60 से अधिक वर्षों में पहली बार प्रति 1,000 लोगों पर केवल 6.77 बच्चे पैदा हुए.



यह 1949 में कम्युनिस्ट चीन की स्थापना के बाद से सबसे कम जन्म दर है.