हर्षवर्धन प्राचीन भारत में एक महान राजा था 606 ई. में वह कन्नोज के सिंहासन पर बैठे थे हर्ष ने प्रजा के हित में अनेक महान कार्य किए उनकी तारीफ चीनी विद्वान भी किया करते थे उत्तर प्रदेश सरकार के पाठ्यक्रम में इसका जिक्र है प्रसिद्ध चीनी यात्री Hiuen Tsang हर्ष के शासन काल में भारत आया ह्वेन त्सांग भारत में 15 वर्षों तक रहा उसने कहा कि राजा हर्ष जैसा कोई राजा नहीं है 'भारत वास्तव में एक महान देश है...' '...और उसकी महत्त का मूल उसकी जनता और हर्ष जैसा शासक है'