हर किसी का व्यवहार अलग होता है. कुछ लोग ज्यादा इमोशनल होते हैं इमोशनल लोगों को बातें जल्दी बुरी लग जाती हैं और वे आपसे दूर बना लेते हैं कई बार तो छोटी-छोटी बातों को दिल पर लेकर रोने भी लगते हैं ये लोग भावनात्मक रूप से काफी संवेदनशील होते हैं कई बार भावनाओं को जाहिर ना कर पाने से भी मेंटल वीकनेस हो जाती है इन लोगों को डिप्रेशन या किसी अन्य मूड डिसऑर्डर होने के चांज अधिक होते हैं ऐसी स्थिति में साकारात्मक या मजेदार सोंचे. दूसरों की बातों को पॉजीटिव ढंग से लें ये नींद की कमी का लक्षण है, इसलिए गहरी सांस लें और सोने की कोशिश करें जब भी रोने का मन करें तो 2-3 मिनट की वॉक लें. इससे फील-गुड एंडोर्फिन रिलीज होंगे बीच-बीच में गहरी सांस लेते रहें. हर बार यही समस्या होने पर एक्सपर्ट से संपर्क करें