दिल्ली में स्थित पुराना किला अपने साथ एक समृद्ध इतिहास संजोए हुए है

यह दिल्ली के उन स्थलों में से एक है, जहां पर्यटक सबसे अधिक आते हैं इसे दिल्ली का सबसे बड़ा किला माना जाता है

क्योंकि यह दिल्ली का सबसे पुराना किला है, इसे पुराना किला भी कहा जाता है

पुराने किले के साथ एक कुंती देवी का मंदिर भी है

कहा जाता है कि जब पांडव यहां रहने के लिए आए थे, तो कुंती ने इसी जगह एक मंदिर का निर्माण कराया था

यह वही मंदिर है, जो अब भी वहां स्थित है इस सबूत के चलते पुराने किले को महाभारत से जोड़ा जाता है

इसी कारण इसे पांडव का किला भी कहा जाता है

पौराणिक कथा के अनुसार, इस टावर की सीढ़ियों से गिरने के बाद हुमायूं की मृत्यु हो गई थी

इस घटना के बाद मुगलों ने किले को खाली करने का निर्णय लिया उनकी सोच थी कि कहीं उनके साथ भी कोई और अशुभ घटना न हो जाए

बाद में, जब अकबर ने दिल्ली में अपनी राजधानी स्थानांतरित की तो उन्होंने विदेशी आक्रमण से दिल्ली की सुरक्षा के लिए लाल किला बनवाया.