राजधानी दिल्ली को भारत का दिल कहा जाता है

यहां कई ऐतिहासिक जगहें हैं, जहां पर्यटकों की भीड़ लगती है

बहुत कम लोग यहां मौजूद ‘मजनू का टीला’ का इतिहास जानते हैं

‘मजनू का टीला’ का इतिहास 19वीं शताब्दी से भी पुराना है

यहां का इतिहास सिख धर्म के गुरु से भी जुड़ा हुआ है

इस जगह का नाम एक सूफी के नाम पर रखा गया है

एक बार गुरु नानक सिकंदर लोदी के काल में यहां आए थे, वो एक सूफी फकीर से मिले थे

वो फकीर सूफी था इसलिए लोग उसे मजनू कहने लगे थे

कहा जाता है कि वो फकीर यमुना के पास में मौजूद एक टीले पर रहता था

इसलिए जगह नाम मजनू का टीला ही पड़ गया

इस टीले का संबंध ऐतिहासिक प्रेमी जोड़े लैला-मजनू से भी बताया जाता है.