देवी-देवताओं की खंडित मूर्तियां लगी हैं
भागों में भी मूर्तियां दिखाई देती हैं
कुव्वत-उल-इस्लाम के नाम से जाना जाता है
कुतुबुद्दीन एबक ने कराया था
इसे 27 हिंदू और जैन मंदिरों को तोड़कर बनवाया था
उसी में सुधार कार्य करते हुए इस्लामिक इमारतें तैयार की गई थी
आज भी खंभों पर साफ दिखाई देती हैं
लिए खंभों पर मोटा प्लास्टर चढ़ा दिया था
अधिकतर मूर्तियों को क्षतिग्रस्त किया जा चुका है
ये पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करता है.