दुनियाभर में करोड़ों लोग डायबिटीज (Diabetes) से पीड़ित हैं. इस बीमारी को मधुमेह या शुगर भी कहते हैं.



विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया के 40 करोड़ डायबिटीज मामलों में से 8 करोड़ सिर्फ भारत में ही है.



दुनिया का हर 5वां डायबिटीज पेशेंट भारत में है. हालांकि, कुल आबादी का ग्राफ देखें तो हम कई देशों से बेहतर हैं.



वर्ल्ड ऑफ स्टैटिक्स के मुताबिक, पाकिस्तान में मधुमेह की दर (Diabetes Rates) दुनिया में सबसे ज्यादा (30.8%) है. यानी वहां 100 में से 30 लोग इस समस्या से ग्रसित हैं.



पाकिस्तान के बाद कुवैत का डायबिटीज रेट दुनिया में सबसे ज्यादा है, जहां की 24.9% आबादी इस समस्या से जूझ रही है.



अफ्रीकी देश मिस्र इजिप्ट में डायबिटीज का रेट 20.9% है. वहीं, पश्चिम एशियाई देश कतर में डायबिटीज का रेट 19.5% है.



भारत में डायबिटीज की दर 9.6%, मलेशिया में 19%, सउदी अरब में 18.7%, श्रीलंका में 11.3%, चीन में 10.6%, ईरान में 9.1% और अमेरिका में 10.7% है.



डायबिटीज़ अमूमन ज्यादा मीठा खाने से होता है. हालांकि, डायबिटीज़ की वजह सिर्फ चीनी नहीं होती.



जब हमारा शरीर खून में मौजूद शुगर की मात्रा को सोखने में असमर्थ हो जाता है तो ये स्थिति डायबिटीज़ को जन्म देती है.



डायबिटीज में क्या दिक्कत होती है?
बहुत ज्यादा प्यास लगना, बार-बार पेशाब आना, थकान, नजरों का कमजोर होना और बिना किसी कारण के वजन घटना ब्लड शुगर के हाई होने के लक्षण हैं.


इन्सुलिन की कमी होना खतरनाक है?
इन्सुलिन की बात करें, तो यह एक तरह का हार्मोन होता है, जो शरीर के भीतर पाचन ग्रंथि से बनता है.


मधुमेह (Diabetes) एक क्रोनिक बीमारी है जो आपके पूरे शरीर को प्रभावित करती है.



क्यों होती है डायबिटीज?
डायबिटीज हमें तब होती है जब शरीर की रक्त शर्करा या ग्लूकोस अधिक हो जाती है.


डायबिटीज तब होता है जब आपका अग्न्याशय पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन करने में असमर्थ हो जाता है.