भारत में होली का त्योहार सदियों से मनाया जा रहा है

मुगल से लेकर अंग्रेजों तक सब ने इस त्योहार को अपनाया

इस तरह सभी होली के दिन इसके रंग में रंग गए

जब मुगल भारत आए तो उन्होंने इस त्योहार को मनाते देखा

इस दिन सभी लोग दुखों को भूलकर रंग की मस्ती में डूबते दिखे

जिसके बाद मुगलों ने भी इस त्योहार को अपनाया और इसके रंग में रंग गए

शाहजहां के दौर में होली को ईद-ए-गुलाबी और आब-ए-पाशी का नाम से जाना जाता था

अकबर एक ऐसा बादशाह था जिसने भारत को अंदर से जानने की कोशिश की

उसने भारत के लोगों को अपनाने के लिए उनके त्योहारों में शामिल हुआ

अबुल फजल आइन-ए-अकबरी में लिखते हैं कि अकबर को होली से बहुत लगाव था