दुनिया में रवींद्रनाथ टैगोर इकलौते कवि हैं जिन्होंने दो देशों के राष्ट्रगान लिखे हैं

उन्होंने भारत का जन-गण-मन और बांग्लादेश का आमार सोनार बांग्ला की रचना की है

तो वहीं श्रीलंका के राष्ट्रगान पर भी रविंद्रनाथ टैगोर की छाप दिखाई देती है

क्योंकि श्रीलंका के राष्ट्रगान को आनंद समाराकून ने लिखा है और समाराकून टैगोर के शिष्य थे

राष्ट्रगान की रचना 1911 में  रवींद्रनाथ टैगोर ने की थी

राष्ट्रगान को पहली बार 1911 में ही कांग्रेस के 27 वें सत्र में गाया गया था

आजादी के बाद 1950 में इसे राष्ट्रगान का दर्जा दिया गया

1947 में देश को अंग्रेजी हुकूमत से आजादी मिली

पहली बार लाल किले पर देश का राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया

तब पहली बार जन-गण-मन की धुन बजाई गई थी