कार्तिक माह की अमावस्या को यानी कि

कार्तिक माह की अमावस्या को यानी कि 24 अक्टूबर 2022 को दिवाली मनाई जाएगी.

दिवाली पर मां लक्ष्मी की प्रदोष काल पूजा के लिए

दिवाली पर मां लक्ष्मी की प्रदोष काल पूजा के लिए रात 07.02 से रात 8.23 बजे तक है.

मध्यरात्रि में लक्ष्मी पूजन करने वालों के लिए

मध्यरात्रि में लक्ष्मी पूजन करने वालों के लिए रात 11.46 से प्रात: 12.37 बजे तक शुभ मुहूर्त है.

दिवाली की रात मां लक्ष्मी पृथ्वी पर आती है.

दिवाली की रात मां लक्ष्मी पृथ्वी पर आती है. इस दिन श्रीराम सीता मां को लेकर अयोध्या लौटे थे.

मां लक्ष्मी की पूजा में सिक्के और कौड़ी

मां लक्ष्मी की पूजा में सिक्के और कौड़ी जरूर रखें. देवी लक्ष्मी की बैठी मूर्ति की पूजा करें.

तेल के दीपक लगाकर घर के आंगन,

तेल के दीपक लगाकर घर के आंगन, कमरों में रखें, ध्यान रहे इस दिन कहीं अंधेरा न रहे.

मां लक्ष्मी को 11 कमल गट्‌टे पूजा में अर्पित करें.

मां लक्ष्मी को 11 कमल गट्‌टे पूजा में अर्पित करें. कहते हैं इससे देवी अति प्रसन्न होती हैं.

दिवाली पर मध्यरात्रि में मां लक्ष्मी के 'श्री सूक्त'

दिवाली पर मध्यरात्रि में मां लक्ष्मी के 'श्री सूक्त' का पाठ करने से साधक का धन संकट दूर होता है.

मां लक्ष्मी वहीं वास करती हैं जहां सफाई हो.

मां लक्ष्मी वहीं वास करती हैं जहां सफाई हो. इस दिन गणेश जी, सरस्वती जी और कुबेर की पूजा भी करें.

बहीखाता और व्यापारिक उपरकरण का भी पूजन करें.

बहीखाता और व्यापारिक उपरकरण का भी पूजन करें. देवी के समक्ष के रातभर एक दीप प्रज्वलित करना चाहिए.