दिवाली हिंदू धर्म का एक प्रमुख पर्व है. यह पर्व पूरे भारत में बड़े ही धूमधाम



और उल्लास के साथ मनाया जाता है. इस साल की दिवाली में



कई दशकों बाद शुभ योग और राजयोगों का निर्माण हो रहा है.



इन योगों के निर्माण से शुभ मुहूर्त में की गई पूजा



जीवन में यश, वैभव, सुख और शांति लेकर आएगी.



शाम 5:30 बजे से शाम 7:10 बजे तक लक्ष्मी-गणेश की पूजा का सबसे उत्तम मुहूर्त होगा.



इस दिन पूजा का दूसरा मुहूर्त निशीथ काल का होगा, जो रात्रि के 8 बजे से रात 11 बजे तक रहेगा.



दिवाली पूजा का आखिरी मुहूर्त महानिशीथ काल का है,



जो रात्रि 11 बजे से रात 2 बजे तक रहेगा.