नवंबर में लोगों ने दिवाली का फेस्टिवल सेलिब्रेट किया था

लेकिन 14 दिसंबर को फिर से दिवाली मनने वाली है

14 दिसंबर की रात आसमान में कुछ खास घटनाएं होने जा रही हैं

चमकदार उल्काएं रात में आसमान को रोशन करते हुए दिवाली का नजारा बना सकती हैं

ये जेमिनीड्स उल्का की बौछारों के चलते हो रहा है

जेमिनीड्स अपने ज्वलंत प्रदर्शन के लिए सक्रिय उल्का बौछारों में से एक है

शुरू में हर घंटे 10 से 20 उल्काओं के साथ इससे बौछारें होती थीं

अब कई परिस्थितियों में प्रति घंटे 120 उल्काओं के साथ इससे बौछारें होती हैं

यानी 14 दिसंबर को हर घंटे 100 से ज्यादा तारे आसमान में टूटते हुए दिखेंगे

उल्कापात देखने का समय रात 1 बजे के बाद और सुबह 6 बजे से पहले बेहतर माना जाता है