आर्मी के डॉग्स किसी सैनिक की तरह देश की सेवा करते है

जब तक ये काम के रहते है तब तक उन्हें जीवित रखा जाता है

रिटायरमेंट के बाद उन्हें जहर देकर मार दिया जाता है

ये चलन अंग्रेजों के वक्त से चला आ रहा है

जब भी कोई डॉग एक महीने से अधिक बीमार रहता है तो उसे मार दिया जाता है

इसके पहले उसे पूरे सम्मान के साथ उसकी विदाई की जाती है

इन्हे मारने के दो प्रमुख कारण होते हैं

उन्हे आर्मी के बेस लोकेशन्स की पूरी जानकारी होती है

साथ ही, उन्हे अन्य सीक्रेट जानकारियां भी होती हैं

ऐसे में उन्हें किसी को सौंपने से सिक्योरिटी का खतरा होता है.