भगवान राम की नगरी को अयोध्या कहा जाता है

ये सांस्कृतिक एवं धार्मिक भूमि है जिसे ‘धर्मनगरी’ कहा जाता है

चलिए आपको बताते है यहां के इतिहास के बारे में

त्रेतायुग से लेकर द्वापरकाल में भी इसके उल्लेख मिलते है

इसके 800 वर्ष बाद भी नगर का अस्तित्व रहा है

मगध के मौर्य से लेकर गुप्त का भी इस धरती पर राज रहा है

इसके बाद कन्नौज के शासकों के भी अधीन रहा है

तुर्क शासन की स्थापना के बाद महमूद गजनी के भांजे सैयद सालार का भी यहां सिक्का जमा रहा

1440 ई. में शक शासक महमूद शाह ने भी अयोध्या पर राज किया

1526 ई. में मुगल राज्य की स्थापना के बाद बाबर ने भी राज्य को अपने अधीन किया