लोग आजकल घर से ऑफिस के बीच धूप में बैठना भूल गए हैं. धूप की कमी के कारण इंसान अब कुपोषण का शिकार हो रहा है. ये कुपोषण इंसान के हड्डियों से लेकर उसके मानसिक दशा को प्रभावित कर रहा है. धूप की वजह से हमारे शरीर में श्वेत रक्तकणों की सक्रियता को बढ़ाती है. धूप हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाती है. धूप में हमें हर रोज 5 से 10 मिनट बैठना चाहिए. सूरज की रोशनी विटामिन-डी के उत्पादन का मुख्य स्रोत है. शरीर को 90 प्रतिशत विटामिन-डी सूर्य के प्रकाश से मिलता है. सूरज की रोशनी से कैल्शियम और फास्फोरस के अवशोषण को बढ़ाने में मदद मिलती है. सूरज की रोशनी में बैठने से आपको डिप्रेशन में भी आराम मिलता है.