सम्राट अकबर एक ताकतवर मुगल शासक थे

उन्होंने अपने जीवन काल में ही अपना मकबरा तैयार करा लिया था

अकबर की मौत के बाद जहांगीर ने उन्हें यहीं पर दफनाया था

मगर औरंगजेब के समय में अकबर की अस्थियां जला दी गई थीं

मुगल भारत के इतिहास में इस बात का जिक्र है

औरंगजेब की हिन्दू विरोधी नीति से काफी लोग परेशान थे

उनमें से एक जाट राजा 'राजाराम' थे

उन्होंने 1687 में अकबर के मकबरे पर हमला कर दिया था

फिर कब्र खोदकर अकबर की हड्डियों को जला दिया था

साथ ही रीति रिवाज से श्राद्धकर्म भी किया गया था