24 अक्टूबर 2023 को रावण के पुतले का दहन कर दशहरा मनाया जाएगा. भारत में कुछ ऐसी भी जगह है जहां दशहरा पर रावण का दहन नहीं होता बल्कि उसकी पूजा की जाती है. उत्तर प्रदेश का बिसरख रावण का ननिहाल माना गया है. यहां रावण दहन नहीं होता. म.प्र के मंदसौर में रावण को दामाद की तरह पूजा जाता है, क्योंकि रावण की पत्नी मंदोदरी मंदसौर से ही थी. राजस्थान के मंदौर में मंदोदरी-रावण का विवाह हुए था, यहां के लोग रावण को दामाद मानकर उसकी पूजा करते हैं. हिमाचल के बैजनाथ में भी रावण दहन नहीं होता, मान्यता है ऐसा करने पर कोई बुरी घटना हो जाती है, या रोग घेर लेते है. महाराष्ट्र अमरावती में आदिवासी समुदाय के लोग रावण दहन नहीं करते, क्योंकि ये उसके पुत्र को अपना देवता मानते हैं. कर्नाटक के कोलार में रावण को ज्ञानी, बुद्धिजीवी मानकर उसकी पूजा की जाती है. यहां भी रावण दहन नहीं होता.