मोसाद के जासूसों को कितनी मिलती है सैलरी?

मोसाद इजरायल की खुफिया एजेंसी है

जिसकी स्थापना 13 दिसंबर 1949 को हुई थी

यह दुनिया की सबसे खतरनाक खुफिया एजेंसियों में से एक है

मोसाद में शामिल होने के लिए जासूसों को काफी मुश्किलों से गुजरना पड़ता है

मोसाद के जासूसों की जिंदगी भी बहुत खुफिया होती है

इन्हें हमेशा अपनी पहचान छिपाकर रहना पड़ता है

मोसाद के जासूसों की जिंदगी जितनी कठिन होती है उनकी सैलरी भी उतनी अच्छी होती है

मोसाद के जासूसों की सैलरी 223124 ILS होती है

जो लगभग 47 लाख भारतीय रुपये के बराबर होते हैं