अक्सर चाय के बाग में चाय की पत्तियां हरे रंग की होती है वही घर में इस्तेमाल होने वाली चाय पत्ती काले रंग की होती है सबसे पहले चाय के बाग से पत्तियां तोड़ कर फैक्ट्री ले जाया जाता है यहां इन पत्तियों को अच्छे से सुखाया जाता है इसके बाद इन पत्तियों को रोलिंग मशीन में डाला जाता है वहा इन्हें मशीन में घुमा कर बारीक किया जाता है इसके बाद इन्हें कटिंग मशीन में डाल कर काटा जाता है ऐसा करने से पत्तियां दानेदार हो जाती है इसके बाद उन्हें दोबारा से सुखाया जाता है इसी कारण से चाय की पत्ती का रंग काला हो जाता है.