नवाबों ने ईजाद की थी यह डिश अब कानपुर दिखाता है करामात

मक्खन मलाई की शुरुआत नवाबों के समय में हुई थी

यह खासतौर पर उनके दरबारों में परोसी जाती थी

कानपुर में मक्खन मलाई बहुत पॉपुलर है और यह मिठाई ठेलों पर खासतौर पर बिकती है

कानपुर में यह मिठाई त्योहारों और खास मौकों पर बहुत पसंद की जाती है

इसे छोटी कटोरी या गिलास में परोसा जाता है

जिससे इसका रंग और सजावट साफ नजर आता है

मलाई ने नवाबों के समय से लेकर आज तक अपनी मिठास बनाए रखी है

यह मिठाई भारतीय मिठाइयों के इतिहास का एक अहम हिस्सा बन गई है

इस तरह ये मक्खन मलाई पूरे कानपुर के साथ हर जगह फेमस हो गई है