अगर आपका लैपटॉप पहले की तुलना में बेहद धीमा हो गया है, तो यह हैकिंग का संकेत हो सकता है. यदि आपको ऐसे सॉफ़्टवेयर दिखाई दें जिन्हें आपने इंस्टॉल नहीं किया, तो सावधान हो जाएं. जब आपके लैपटॉप में हर जगह अनचाहे पॉप-अप विज्ञापन आने लगें, तो यह हैकिंग का संकेत हो सकता है. आपके नेटवर्क में किसी अज्ञात डिवाइस का पता चले, तो यह साइबर अटैक हो सकता है. आपकी महत्वपूर्ण फाइलें अचानक गायब हो जाएं या उनमें बदलाव हो, तो यह खतरे की घंटी है. अगर आपका माउस या कीबोर्ड अपने आप हरकत करने लगे, तो यह संकेत हो सकता है कि आपके सिस्टम पर किसी और का नियंत्रण है. बिना किसी भारी इस्तेमाल के भी बैटरी जल्दी खत्म हो रही है, तो यह मैलवेयर या स्पाईवेयर की वजह हो सकता है. जब आप किसी वेबसाइट पर जाना चाहें और ब्राउज़र दूसरी वेबसाइट पर ले जाए, तो यह हैकिंग का संकेत हो सकता है. अगर आपका एंटीवायरस अचानक बंद हो जाए या स्कैन न कर पाए, तो यह मैलवेयर का असर हो सकता है. आपकी लॉगिन जानकारी जैसे पासवर्ड या ईमेल का इस्तेमाल किसी अनजान जगह पर हो, तो यह स्पष्ट संकेत है कि आपका लैपटॉप हैक हो गया है.