आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग फिजिकल फिटनेस के साथ मेंटल हेल्थ भी खोते जा रहे हैं इसे रिकवर करने में इंडोर प्लांट्स हेल्प करेंगे.ये घर का माहौल जिंदादिल और खुशनुमा बना देते हैं कई स्टडी से पता चला है कि पौधों से बात करने से अकेलापन नहीं लगता, बल्कि मेंटल हेल्थ को काफी फायदा होता है एक रिसर्च से सामने आया कि लैपटॉप-मोबाइल के मुकाबले गार्डनिंग करने लोगों को ज्यादा सुकून मिल सकता है पौधों के आसपास रहने से पॉजीटिव इनवायरमेंट क्रिएट होता है. पौधों से जुड़ा काम करने पर ब्लड प्रेशर कंट्रोल हो जाता है आजकल कई हॉस्पिटल पौधों की देखभाल वाली थेरप्यूटिक और हॉर्टिकल्चर थेरेपी की वकालत करते हैं 2015 में जर्नल ऑफ फिजियोलॉजिकल एंथ्रोपोलॉजी में छपी स्टडी में पौधों से बात करने पर फिज़िकल और मेंटल स्ट्रेस में राहत की बात सामने आई वहीं जापान की एक स्टडी ने खुलासा किया कि वर्क डेस्क पर प्लांट रखने से स्ट्रेस और कॉन्सन्ट्रेशन की प्रॉबलम नहीं रहती आपकी मेंटल हेल्थ को दुरुस्त रखने में क्रासुला, मनी प्लांट, बैंबू, स्नेक प्लांट, स्पाइडर प्लांट या फूल वाले पौधे अहम रोल अदा करते हैं ये आपको माहौल के हिसाब से आपके मूड को ठीक करते हैं और ज्यादा खुश, रिलेक्स और स्ट्रेस फ्री फील करवाते है मिशिगन यूनिवर्सिटी ने साबित किया है कि पौधों के आसपास टाइम स्पेंड करने से याद्दाश्त 20% बेहतर रहती है 1996 में जर्नल ऑफ एनवायरन्मेंटल हॉर्टिकल्चर की एक स्टडी ने बताया कि वर्क स्पेस पर रखे प्लांट्स क्रिएटिविटी 15% बढ़ाते हैं