हम जो भी और जैसा भी सोचते हैं, वही बनते जाते हैं.



आपका असत्यवादी होना ही आपकी विफलता का मुख्य कारण हैं.



कई हजारों खोखले शब्दों से अच्छा, केवल वह एक शब्द है जो मन में शांति लाए.



बिना स्वास्थ्य के जीवन बेकार है, वह केवल एक पीड़ा की स्थिति और मौत की छवि के समान है.



छोटी छोटी नदिया शोर मचाती है जबकि विशाल महासागर शांत रहता है.



इसलिए तू यह हृदय में अंकित कर ले कि मैं हंसी-मजाक में भी कभी असत्य नहीं बोलूंगा.



जिसे जान-बूझकर झूठ बोलने में लज्जा नहीं, वह कोई भी पाप कर सकता है,



अपने मन को वर्तमान क्षण पर केंद्रित करो



अतीत पर ध्यान मत दो, भविष्य के बारे में मत सोचो,



मैं यह कभी नहीं देखता की क्या किया जा चुका है, मैं सदैव देखता हूं कि अभी और क्या किया जाना बाकी है.