दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के सामने एक अजीब संकट आ गया है



चीन ने यह संकट खुद से तैयार किया है और रह-रहकर यह उसे हॉन्ट करने लगता है



चीन का यह डर जुड़ा है उसके भूतिया शहरों यानी घोस्ट टाउन से



ये ऐसे शहर हैं, जो सालों से तैयार हैं लेकिन वीरान पड़े हुए हैं



चीन घोस्ट टाउन के आंकड़ों को सालों से दबाता रहा है



लेकिन अब चीन के सांख्यिकी ब्यूरो के पूर्व प्रमुख ‘ही केंग’ ने मुंह खोल दिया है



दरअसल चीन ने मांग से ज्यादा घर और शहर बना डाला है



बकौल केंग, चीन ने जितने शहर बना दिए, वे 3 अरब लोगों के लिए काफी हैं



जबकि चीन की आबादी 1.4 अरब ही है और अब कम हो रही है



इस कारण चीन को इन शहरों में रहने वाले लोग नहीं मिल रहे हैं