उर्दू नहीं इस भाषा में लिखा गया था बाबरनामा? बाबरनामा जिसे मुगल सम्राट बाबर की आत्मकथा कहा जाता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसे किस भाषा में लिखा गया था बाबरनामा को उर्दू में नहीं बल्कि चगताई तुर्की भाषा में लिखा गया था चगताई तुर्की बाबर की मातृभाषा थी वहीं बाबरनामा को तुज़्क-ए-बाबरी के नाम से भी जाना जाता है बाबरनामा में बाबर के जीवन का विवरण दिया है बाबरनामा को इस्लामिक साहित्य में पहली सच्ची आत्मकथा माना जाता है अकबर के शासनकाल में अब्दुल रहीम खान-ए-खाना ने बाबरनामा का फारसी भाषा में अनुवाद किया था इसके अलावा ऐतिहासिक रूप से बाबरनामा को बड़ा महत्वपूर्ण माना जाता है