पानी न तो बनता है और न ही नष्ट होता है

बल्कि इसका रूपांतरित होता है आइए बताते है कैसे

पानी के अणु हाइड्रोजन और ऑक्सीजन से अगल हो सकते है

लेकिन पानी को नष्ट करना मुश्किल है

पानी में दो हाइड्रोजन परमाणु और एक ऑक्सीजन परमाणु होता है

पानी को हाइड्रोजन और ऑक्सीजन अलग करने की प्रक्रिया है

इस प्रक्रिया को इलेक्ट्रोलिसिस कहते है

इसका इस्तेमाल बिजली बनाने में किया जाता है

इसमें पानी का टूटना लगभग 1000 डिग्री सेल्सियस पर शुरू होता है

हालांकि 3000 डिग्री सेल्सियस पर पानी के आधे से ज़्यादा अणु टूट जाते हैं

पानी हाइड्रोजन पेरोक्साइड जैसे दुसरे यौगिक में परिवर्तित हो जाता है