ब्लेड का इस्तेमाल 19वीं सदी के दौरान शुरू गया था

उस दौर में ब्लेड को बार-बार पैना करने की जरूरत पड़ती थी

तब जिलेट कंपनी ने खास तरह का रेजर और ब्लेड तैयार किया

19वीं शताब्दी तक जिलेट इकलौती कंपनी ब्लेड बनाती थी

इस दौरान ब्लेड को रेजर पर बोल्ट की मदद से फिट करना पड़ता था

तब ही से ये ब्लेड की डिजाइन इस तरह होने लगा

उसके बाद सभी कंपनियों ने इस ही डिजाइन को अपनाया

इस डिजाइन का ये फायदा होता है कि ये सभी रेजर में लग जाता है

डिजाइन अलग होंगे तो रेजर भी अलग-अलग तरह की यूज होंगी

इस वजह से सभी ब्लेड एक ही सेप और डिजाइन के होते हैं