कुंभ के दौरान कितना लगान वसूलते थे अंग्रेज? इस महिने 12 साल बाद महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है महाकुंभ का आयोजन बरसों से हो रहा है लेकिन क्या आप जानते हैं कि अंग्रेज कुंभ के दौरान लगान वसूलते थे वहीं कुंभ मेले में आने वाले लोगों से वसूले गए टैक्स से ही अंग्रेजों को कमाई होती थी 1796 में मेजर जनरल थॉमस हार्डविक ने हरिद्वार कुंभ पर पहली रिपोर्ट तैयार की अंग्रेज सरकार ने 1810 के रेग्युलेटिंग एक्ट के तहत माघ मेले में टैक्स वसूली शुरू कर दी जिसके बाद तीर्थ यात्रियों, संतों और तीर्थ पुरोहितों ने इसका विरोध करने पर भी अंग्रेज नहीं माने सन् 1882 के कुंभ मेले की ब्यूरो रिपोर्ट के अनुसार मेले में 20,228 रुपए खर्च हुए थे, वहीं टैक्स के रूप में लगभग 49,840 रुपये मिले थे इसमें अंग्रेज मेले में आने वाले नाइयों, मालियों, नाविकों, कनात वालों, फेरी वालों, बैल-गाड़ी वालों से टैक्स वसूलते थे