सोने के बने आभूषण पहनना हर किसी को पसंद है

हर कोई अपने हिसाब से सोना खरीदता है

सोना खरीदते समय पैसों की बात जरूर होती है

इसमें सोने के साथ ज्वेलरी की मेकिंग चार्ज भी शामिल होती है

आखिर मेकिंग चार्ज कैसे तय किया जाता है?

ज्यादा काम हुए जेवर की मेकिंग में ज्यादा मेकिंग चार्जेस लगते हैं

यह ज्वेलरी पर हुई बारीकी पर निर्भर होता है

ये पैसे ज्वेलरी बनाने वाले कारीगर की फीस होती है

अगर मेकिंग चार्ज 10% है, जिसमें 40 हजार रुपये का सोना है

इस हिसाब से मेकिंग चार्जेस 4 हजार रुपए देनी पड़ती है